शिवा के बारे में-
शिवका मतलब है महादेव (महान देवता).ये कभी ना पैदा हुए और ना ही कभी मरेंगे इनको बहुत नामो से जानते है जैसे शंकर, महादेव,भोले ,महेश,नीलकंठ,रूद्र आदि इन सब नामो से शिवा को जाना जाता है वेदो में इनका नाम रूद्र है इनकी पत्नी का नाम पारवती है इनके दो बेटे है गणेश और कार्तिकेय और एक बेटी है अशोक सुंदरी ।ये कैलाश पर्वत पर रहते है इनकी पूजा दो रूप में की जाती है पहला शिवलिंग के रूप में और दूसरी मूर्ति के रूप में इनके पास गले में नाग देवता और एक डमरू और त्रिशूल। शिवा त्रिशूल युद्ध के समय उपयोग करते है
इनका वाहन है नंदी बेल जिसको वो आने जाने में प्रयोग करते है इनका मंत्र है
ॐ नमः शिवाय
शिव का पूजन शिवरात्रि को होता है शिवा को बेलपत्र, धतूरे के पुष्प और प्रसाद में भाँग बहुत प्रिये है इनकी पूजा के लिए दूध, दही ,घी ,शहद ,शक्कर पूजन में इन पांचो का उपयोग करे इन से शिव जी जल्दी प्रशन्न होते है
इनका एक महा मंत्र है जो की आपको मृत्यु से मुक्त कर सकता है और दुर्गटना से होने वाली मौत से मुक्ति दिलाता है वो मंत्र है
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुंगन्धिम् पुस्तिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान मर्त्योमुक्सिया माम्रतात
इस मंत्र को बहुत शक्ति मान माना गया है क्युकी ये आपको अकाल मृत्यु से बचाता है और आपको लम्बी उम्र की अग्रषर करता है
इन दोनों मंत्रो से आप शिव जी को महशूस कर सकते है और अपने आप को शक्ति वर्धक बना सकता है
और आप केबल ॐ नाम का जाप कर सकते है इस से आप के मुह पर चमक आएगी और आप अपने शरीर पर काबू में कर सकते है
इस मंत्र को महा मृत्युंजय मंत्र भी कहा जाता है क्युकी ये मंत्र आपको मृत्यु से मुक्त कर देता है
शिवा की तीसरी आँख-
शिवा की तीन आँखे है ऐसा खा जाता है जब भी शिवा की तीसरी आँख खुल गयी उस दिन इस दुनिया आंत निचित है और कोई भी नही बच पायेगा इस तीसरी आँख से उनके साथी देवता भी डरते है ऐसा माना जाता है
और इनकी जटाओं में चंदा भी लगा हुआ है और ऐसा कहा जाता है जो गंगा नदी है वो इन की जटाओ से निकली है
शिव जी को हिन्दू धरम में बहुत माना जाता है और इनको प्रशन्न करने के लिए पैदल यात्रा कर काबर लाते है
बोलो ओम नमः शिवाय
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nice post bum bum bhole.
ReplyDeletenice mantra..
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